Development of Libraries in India: Analysis

भारत में पुस्तकालयों का विकास: विश्लेषण

Authors

  • Kuldeep Riyar Library and Information Science, Army Public School, Jaisalmer, Rajasthan

DOI:

https://doi.org/10.31305/rrijm.2024.v09.n03.037

Keywords:

India, Library, History, Digital Library

Abstract

Development of public libraries is indeed a great gift of democracy. It is the duty of every nation to spread education and educate the general public. People who do not study in schools or colleges, who are simply educated, do their own private business or who have a desire to read but cannot buy books and want to read literature of their interest, keeping in mind the interest of such classes, only public libraries can fulfill the demand for books of the general public. Apart from this, public libraries also arrange exhibitions, debates, educational film screenings, speeches on important topics etc. International organizations like UNESCO have made a very important contribution in this direction. In every progressive country, public libraries are continuously progressing and spreading literacy. In fact, public libraries are universities of the public, which are open for use by every citizen without any discrimination.

Abstract in Hindi Language: सार्वजनिक पुस्तकालयों का विकास वास्तव में प्रजातंत्र की महान देन है। शिक्षा का प्रसारण एवं जनसामान्य को सुशिक्षित करना प्रत्येक राष्ट्र का कर्तव्य है। जो लोग स्कूलों या कालेजों में नहीं पढते, जो साधारण पढे लिखे हैं, अपना निजी व्यवसाय करते हैं अथवा जिनकी पढने की अभिलाषा है और पुस्तकें नहीं खरीद सकते तथा अपनी रूचि का साहित्य पढना चाहते हैं, ऐसे वर्गों की रूची को ध्यान में रखकर जनसाधारण की पुस्तकों की माँग सार्वजनिक पुस्तकालय ही पुरी कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी, वादविवाद, शिक्षाप्रद चलचित्र प्रदर्शन, महत्वपूर्ण विषयों पर भाषण आदि का भी प्रबंध सार्वजनिक पुस्तकालय करते हैं। इस दिशा में यूनेस्को जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन ने बडा महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रत्येक प्रगतिशील देश में जन पुस्तकालय निरंतर प्रगति कर रहे हैं और साक्षरता का प्रसार कर रहे हैं। वास्तव में लोक पुस्तकालय जनता के विश्वविद्यालय हैं, जो बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक नागरिक के उपयोग के लिए खुले रहते है। 

Keywords: भारत, पुस्तकालय, इतिहास, डिजिटल लाइब्रेरी।

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Published

15-03-2024

How to Cite

Riyar , K. (2024). Development of Libraries in India: Analysis: भारत में पुस्तकालयों का विकास: विश्लेषण. RESEARCH REVIEW International Journal of Multidisciplinary, 9(3), 320–325. https://doi.org/10.31305/rrijm.2024.v09.n03.037